ISOCELL Plus: अगली पीढ़ी के इमेज सेंसर - Raku Technical Talk
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    ISOCELL Plus: अगली पीढ़ी के इमेज सेंसर

    सैमसंग ने स्मार्टफोन कैमरों की इंजीनियरिंग चुनौतियों को कैसे काबू किया और ISOCELL प्लस तकनीक विकसित की, जो कि क्रिस्टल लाइट, कलर सटीक फोटो को भी चुनौतीपूर्ण रोशनी की स्थिति में पहुंचाने के लिए इमेज सेंसर की सीमाओं को आगे बढ़ा रही है।

    Pixel की तकनीक 
    स्मार्टफ़ोन में पाए जाने वाले इमेज सेंसर, चार परतों से बने होते हैं माइक्रो लेंस की एक परत जो प्रकाश को निर्देशित करती है कलर फ़िल्टर से होते हुए फोटोडायोड की ओर। ताकि रंग की सही जानकारी का पता लगाया जा सके। एक धातु की परत जो अलग-अलग फोटोडायोड को तारों में जोड़ने का काम करती है। Photodiode layer प्रकाश  को इकट्ठा करने और इसे electrical charges में परिवर्तित करती है।
     माइक्रो लेंस, रंग फिल्टर, धातु लाइन, फोटोडायोड सहित चार परतों में परम्परागत एफएसआई पिक्सेल की उदाहरणात्मक छवि।
    High definition फोटो खींचने के लिए, CMOS इमेज सेंसर में प्रत्येक पिक्सेल को अधिक लाइट कैप्चर करके इमेज सिग्नल प्रोसेसर को सटीक रंग जानकारी दे सके। जितनइ बड़े पिक्सल इमेज सेंसर के होंगे, जो बेहतर तस्वीरों के लिए उतनी ही ज्यादा रोशनी उसके पिक्सल कैप्चर कर पाएंगे।
    क्रॉसस्टॉक क्या है 
    यह तब होता है जब प्रमुख फोटोडियोड कुछ प्रकाश पड़ोसी फोटोडायोड की तरफ लीक हो  जाए उसे क्रॉसस्टॉक कहते है। उससे फोटो में noise उत्पन होता है। अब बात करते है कि पतले कैमरे की ओर manufacturer अगर्सर है जिससे कैमरे के अंदरूनी हिस्सों जगह कम हो गई है और पिक्सेल छोटे हो गए हैं जिसके कारण प्रकाश अवशोषण अधिक कठिन हो गया है 

    एफएसआई पिक्सेल और बीएसआई पिक्सेल की उदाहरणात्मक छवि।  माइक्रो लेंस, रंग फिल्टर, धातु लाइन, फोटोडायोड और बीएसआई पिक्सेल सहित परतों के साथ गठित एफएसआई पिक्सेल माइक्रो लेंस, रंग फिल्टर, फोटोडायोड, धातु लाइन सहित परतों के साथ बनता है।
    Pixle के अंडर दो किस्म की तकनीक उपयोग करते है पहली तकनीक Front-side illuminated (FSI) सेंसर की संरचना, Photosensitive परत के सामने एक तार की परत है, जो फोटोडायोड के बीच में 20% से 70% प्रकाश को अवरुद्ध करता है। 
    दूसरी तकनीक Backside illuminated (BSI) सेंसर, सिलिकॉन को इतना पतला करके उसकी बैकसाइड से फोटोडायोड को रोशन किया जाता है पर इन दोनों तकनीक से क्रॉसस्टॉक चुनौती सामने आई, जो अंतिम छवि में शोर पैदा करती हैं।
    ISOCELL क्या है 
    ISOCELL तकनीक इंजीनियरों ने साथ बाले पिक्सल्स के बीच एक physical अवरोध बनाया, उन्हें अलग किया और अधिक रोशनी को माइक्रो-लेंस द्वारा इकट्ठा करने और फोटोडायोड द्वारा अवशोषित करने की अनुमति दी।बीएसआई और ISOCELL की चित्रमय छवि।  ISOCELL ने पड़ोसी पिक्सल्स के बीच फिजिकल बैरियर लगाया।
    पुराने पिक्सल्स की तुलना में, ISOCELL पिक्सल्स में प्रकाश के इधर उधर जाने की मात्रा में लगभग 30% कम हो गई और full well capacity (FWC) में लगभग 30% की वृद्धि हुई, जिसके परिणामस्वरूप higher color की निष्ठा और dynamic range रेंज के साथ tack-sharp photo पैदा हुईं।  ISOCELL व्यापक एपर्चर और उज्जवल लेंस के साथ अधिक तिरछी रोशनी पर कब्जा करके कम रोशनी की स्थिति में उज्जवल स्पष्ट चित्र दिखाई देते हैं  ISOCELL इमेज सेंसर उच्च-रिज़ॉल्यूशन में भी कैमरा मॉड्यूल की ऊंचाई को कम कर सकते हैं

    ISOCELL प्लस: आने बाली नई तकनीक 
    ISOCELL तकनीक में, जबकि धातु के ग्रिड जो color filter को पिक्सल्स के बीच interference को कम करती हैं, वे भी बिना कुछ optical नुकसान के कारण, क्योंकि वे आने वाली रोशनी को परावर्तित और अवशोषित करती  हैंI पर ISOCELL प्लस में उस धातु की जगह फुजीफिल्म द्वारा विकसित एक नवीन नई अवरोधक सामग्री का उपयोग किया है जो optical नुकसान और light reflection को कम करता है।
    ISOCELL और ISOCELL प्लस की आकर्षक छवि।  ISOCELL प्लस तकनीक ऑप्टिकल ग्रिड को ऑप्टिकल नुकसान और प्रकाश प्रतिबिंब को कम करने के लिए एक अभिनव 'नई सामग्री' के साथ बदल देती है।
    ISOCELL प्लस का काम है higher color light sensitivity में 15% की वृद्धि प्रदान करना। इस तकनीक से इमेज सेंसर का पिक्सेल साइज 0.8-माइक्रोमीटर (µm) छोटा हो गया है वो भी बिना इसके कार्य में प्रभाब डाले जिससे यह उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरों को विकसित करने का एक जरिया बन जाता है। ISOCELL प्लस छोटे पिक्सल के साथ अल्ट्रा-हाई-रिज़ॉल्यूशन सेंसर का  विकास करेगा।
    *All Images & information credited are goes to Samsung news room.
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