Camera में Pixel क्या है पिक्सेल, पिक्सल साइज और इमेज क्वालिटी कैसे काम करती है - Raku Technical Talk
  • Camera में Pixel क्या है पिक्सेल, पिक्सल साइज और इमेज क्वालिटी कैसे काम करती है

    Camera में Pixel क्या है पिक्सल साइज और इमेज क्वालिटी कैसे काम करती है

    दोस्तों  आपको  पता है आजकल के मोबाइल के कैमरे के मेगा पिक्सल जिस तरह से अपग्रेड हो रहे है जितना ज्‍यादा Mega Pixels का होगा उतना ज्‍यादा उसका Resolution or पिक्चर क्लैरिटी होगी।  लेकिन इससे आगे कि बात की पिक्सेल क्‍या है हम नही जानते और इसकी कम जानकारी की कमी की वजह से हमे अच्छे मोबाइल खरीदने में दिकत हो रही है। लेकिन आप एक बात बताइये, क्या वाकय में आप पिक्सेल, पिक्सल क्वालिटी, और  कैमरा इमेज सेंसर के बारे में जानते है, और केमेरा में इन सब का क्या मतलब  होता है तो आईये आज हम इस वीडियो के जरिये पिक्सेल और इमेज सेंसर के बारे में बात करेंगे।

    तो सबसे पहले बात करते है पिक्सेल क्या है?
    पिक्सेल को Picture का  element भी कहा जाता है इसलिए  Pixel word  picture & element word से Pics+El को लेकर बनाया है. Pixel पिक्चर का सबसे छोटा पार्टिकल होता है, Pixel का आकर बहुत ही छोटा होता है जिसे हम ज़ूम लेंस के बिना नहीं देख सकते है एक पिक्चर भी बहुत सारे छोटे छोटे डॉट्स से मिलकर तैयार होती है इन्ही छोटे छोटे डॉट्स को पिक्सेल कहा जाता है। जब हम बहुत सारे pixel को एक particular pattern में रखते हैतो वो बहुत सरे पिक्सेल एक साथ मिलकर पिक्चर बनाते है जो की हमारी मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई देती है

    अब हम जानते है केमेरे में पिक्सेल कैसे काम करता है ?
    किसी भी कैमरा में लेंस होता है उस कैमरा लेंस के पीछे अंदर की ओर एक सेंसर लगा होता है जो कि सुनहरे रंग का आयताकार रूप  है. जैसे इमेज सेंसर कहा जाता है इमेज सेंसर के अंदर बहुत सारे Semiconductor light receiving photo diodes होते है इन  light receiving photo-diodes को  photosites भी कहा जाता है इन  छोटे छोटे photosites को rows & column pattern पर रख क्र एक इमेज सेंसर का निर्माण होता है  ये photosites लेंस से आने बलि लाइट से energies  होते है और प्रकाश के रंगो को स्टोर करते है इन photosites के ऊपर Red लाल, Green हरा और Blue नीले कलर के फ़िल्टर लगाए होते है

    जब आप किसी smart फोन से या camera से फोटो खिचते हैं तब हर एक pixel उस vision की लाइट से उसके कलर और कांट्रास्ट को capture करके उस लाइट की कलर और कांट्रास्ट की information को डाटा के रूप में स्टोर करता है और Camera Processor सभी pixels से डाटा को एकत्रित करके उस डाटा को process करके एक format में पिक्चर तयार करता है  है। इस तरह फोटो को बहुत सारे पिक्सेल की मदद से ही बनाया जाता है
    अब बात करते है इमेज क्वालिटी की.
    Image quality निर्भर करती है pixel के pattern, size, architecture और camera possessor पर.
    मैंने आपको पहले भी बायत है कैमरा का इमेज सेंसर छोटे छोटे photosites को एक pattern पर रख कर बनाया जाता है अब ये pattern कैसा होगा ये निर्भर करता है कैमरा manufacture पर. माइक्रो सकोप से इमेज सेंसर को देखने पर पिक्सल कुछ इस तरह से दिखाई देते है

    दूसरा है पिक्सेलसाइज, इमेज क्वालिटी निर्भर करती है पिक्सल के साइज के ऊपर. जितना जयादा पिक्सेल का साइज होगा वो उतनी जयादा लाइट को capture करेगा। जितनी ज्यादा लाइट को capture करेगा उतनी ज्यादा पिक्चर की क्वालिटी अच्छी होगी. 
    पिक्सल की architecture भी पिक्सल क्वालिटी को बड़ा और घटा सकती है क्यूंकि हर एक पिक्सेल की इंटेंसिटी अलग अलग  होती है इसीलिए पिक्चर भी अलग अलग होती है।
    एक कैमरे का पक्सले साइज कितना होता है?
    कैमरा खरीदते टाइम हम कैमरा के पिक्सेल साइज को इग्नोर कर देते है या फिर हम लोगों को कैमरा पिक्सेल साइज के बारे में पता नहीं होता है  तो हमे पिक्सेल साइज के बारे में भी जानकारी होना जरुरी है क्यूंकि हम मेगापिक्सल के चक्र में पिक्सेल साइज को भूल जाए है हम सोचते है जितने ज्यादा मेगापिक्सेल का कैमरा होगा उतनी ज्यादा बेस्ट पिक्चर क्वालिटी देगा, परंतु  ये बिलकुल गलत है High definition फोटो खींचने के लिए, CMOS इमेज सेंसर में प्रत्येक पिक्सेल को अधिक लाइट कैप्चर करके इमेज सिग्नल प्रोसेसर को सटीक रंग जानकारी दे सके। जितनइ बड़े पिक्सल इमेज सेंसर के होंगे, जो बेहतर तस्वीरों के लिए उतनी ही ज्यादा रोशनी उसके पिक्सल कैप्चर कर पाएंगे।
    ISOCELL प्लस तकनीक से इमेज सेंसर का पिक्सेल साइज 0.8-माइक्रोमीटर (µm) छोटा हो गया है वो भी बिना इसके कार्य में प्रभाब डाले जिससे यह उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरों को विकसित करने का एक जरिया बन जाता है। ISOCELL प्लस छोटे पिक्सल के साथ अल्ट्रा-हाई-रिज़ॉल्यूशन तस्वीरें खींचता है।



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